हनुमान जयंती - Hanuman Jayanti
हनुमान जन्मोत्सव एक हिन्दू पर्व है। यह चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन हनुमानजी का जन्म हुआ था यह माना जाता है। हनुमान जी को कलयुग में सबसे प्रभावशाली देवताओं में से एक माना जाता है।
विष्णु जी के राम अवतार के बाद रावण को दिव्य शक्ति प्रदान हो गई। जिससे रावण ने अपनी मोक्ष प्राप्ति हेतु शिवजी से वरदान माँगा की उन्हें मोक्ष प्रदान करने हेतु कोई उपाय बताए। तब शिवजी ने राम के हाथों मोक्ष प्रदान करने के लिए लीला रचि। शिवजी की लीला के अनुसार उन्होंने हनुमान के रूप में जन्म लिया ताकि रावण को मोक्ष दिलवा सके। इस कार्य में रामजी का साथ देने हेतु स्वयं शिवजी के अवतार हनुमान जी आये थे, जो की सदा के लिए अमर हो गए। रावण के वरदान के अनुसार उन्हे मृत्यु के साथ साथ उसे मोक्ष भी दिलवाया।
गुरु
भगवान् हनुमान के गुरु इनकी माता, भगवान् शंकर, भगवान् सूर्य और ऋषि मातंग थे।
हनुमान का नामकरण
इन्द्र के वज्र से हनुमानजी की ठुड्डी (संस्कृत में हनु) टूट गई थी। इसलिये उनको हनुमान का नाम दिया गया। इसके अतिरिक्त ये अनेक नामों से प्रसिद्ध है जैसे बजरंग बली, मारुति, अञ्जनि सुत, पवनपुत्र, संकटमोचन, केसरीनन्दन, महावीर, कपीश, शङ्कर सुवन आदि।
जानकारियां - Information | |
जन्म | कपिस्थल (हरियाणा राज्य के कैथल , भारत ) |
नाम | मारुति |
अन्य नाम | महाबली, महावीर, पवनपुत्र, फाल्गुनीशाखा, अंजनीसुत, केसरीनंदन, रामेष्ट, बजरंग बली:वायपुत्र |
पिता | केसरी |
माँ | अंजना |
भाई | मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान, धृतिमान |
संबंधन | वानर, रुद्र अवतार, राम के भक्त |
दिवस | मंगलवार और शनिवार |
मंत्र | ॐ श्री हनुमते नमः |
हथिया | गदा , वज्र और ध्वजा |
संतान | मकरध्वज (पसीने से उत्पन्न हुऐ) |
दोस्त | सुग्रीव |