पुरुषोत्तम मास व्रत विधि में भगवान विष्णु की पूजा, अर्घ्य, दान, ब्राह्मण भोजन और जागरण द्वारा मोक्ष और सुखप्राप्ति का विधान बताया गया है। दृढ़धन्वा बोला, ‘हे ब्रह्मन्! हे मुने! …
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उद्यापन व्रत के नियम त्याग में दान और विधिपूर्वक आचरण से भगवान की प्रसन्नता मिलती है। पाप नाशक और कल्याणकारी यह व्रत मोक्ष प्रदान करता है। अब उद्यापन के पीछे …
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पुरुषोत्तम मास में तप और भक्ति से राजा दृढ़धन्वा और रानी गुणसुंदरी गोलोक पहुंचे। कथा स्वार्थी कदर्य ब्राह्मण के पापों, वानर योनि, और मोक्ष पर केंद्रित है। श्रीनारायण बोले, ‘इस …
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श्रीनारायण बोले- चित्रगुप्त धर्मराज के वचन को सुनकर अपने योद्धाओं से बोले- यह कदर्य प्रथम बहुत समय तक अत्यन्त लोभ से ग्रस्त हुआ, बाद चोरी करना शुरू किया। इसलिये यह …
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सूर्यनारायण के अस्ताचल जाने के समय तीर्थ में जाकर अथवा गृह में ही पैर धोकर, पवित्र वस्त्र धारण कर, सायंसन्ध्या की उपासना करे। पुण्यशील-सुशील बोले, ‘हे विभो! गोलोक को चलो, …
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रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। मान्यता है कि अगर रविवार के दिन सूर्य देव की श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना की जाए तो मनुष्य के जीवन में सुख-समृद्धि और धन-संपत्ति …
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परिचय (Introduction) ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग भारत के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जो मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के बीच एक द्वीप …
परिचय (Introduction) वैष्णो देवी मंदिर भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है, जो जम्मू और कश्मीर के त्रिकुटा पर्वत पर स्थित है। यह …
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एकादशी व्रत कथा
Utpnna Ekadashi Vrat Katha – उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा
by appfactory25by appfactory25उत्पन्ना एकादशी मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की 26वीं तिथि यानी 26 नवंबर को रखा जाएगा | उत्पन्ना एकादशी का महत्त्व: धर्मराज युधिष्ठिर कहने …
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पापांकुशा एकादशी आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की 13वीं तिथि यानी 13अक्टूबर को रखा जाएगा | पापांकुशा एकादशी का महत्त्व: अर्जुन कहने लगे कि …
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पार्श्व एकादशी भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की 14वीं तिथि यानी 14 सितम्बर को रखा जाएगा | पार्श्व एकादशी का महत्त्व: युधिष्ठिर ने कहा हे …
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भागवद गीता
Chapter 1 : Arjuna Vishada Yoga – अध्याय १: अर्जुनविषादयोग
by appfactory25by appfactory25धृतराष्ट्र उवाच: धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः । मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत सञ्जय ।। धृतराष्ट्र बोले- हे संजय ! धर्मभूमि कुरुक्षेत्रमें एकत्रित, युद्धकी इच्छावाले मेरे और पाण्डुके …
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गीता जयंती” एक महत्वपूर्ण पर्व है जो हिन्दू धर्म में भगवद् गीता के महत्वपूर्ण सन्देशों की महिमा को मनाता है। यह पर्व भगवद् गीता के …